Monday, 15 August 2016

PM modi's speech on 15th august 2016

लाल किले से पहली बार किसी PM ने बलूचिस्तान का किया जिक्र..........


                                                                                                         
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर यानी पीओके, गिलगित और बलूचिस्तान को लेकर नरेंद्र मोदी ने मोर्चा खोल दिया है। मोदी की स्ट्रेटजी से पाकिस्तान दबाव में आता दिख रहा है। उसने भारत को कश्मीर पर बातचीत के लिए इनवाइट किया है। खास बात ये है कि पाकिस्तान विदेश में रह रहे बलूचिस्तान के नेताओं को बातचीत के लिए न्योता दिया है। मोदी ने सोमवार इंडिपेंडेंस डे पर दी गई स्पीच में भारत के प्रति सम्मान दिखाने के लिए बलूच लोगों को शुक्रिया कहा था। इसके पहले कश्मीर मुद्दे पर हुई ऑल पार्टी मीट में मोदी ने कहा था कि सिर्फ कश्मीर ही नहीं पीओके भी भारत का ही हिस्सा है।
पाकिस्तान ने भारत को दिया कश्मीर पर बातचीत का न्योता....
- पाकिस्तानी फाॅरेन मिनिस्ट्री के स्पोक्सपर्सन नफीस जकारिया ने कहा- ये दुनिया के लिए भी जरूरी है। दोनों देशों को इस मसले को सुलझाना चाहिए। हालांकि हम भारत के इस रवैये से सहमत नहीं कि कुछ खास मुद्दों पर ही बात होगी।
- नफीस ने कहा कि पाकिस्तान में इंडियन हाईकमिश्नर गौतम बम्वावाले को बुलाकर उन्हें बातचीत का ऑफिशियल इनिवेटशन लेटर दिया जाएगा।
- बलूचिस्तान के सीएम नवाब सनाउल्लाह जेहरी और सदर्न कमांड के लेफ्टिनेंट जनरल आमिर रियाज ने कहा- बलूच नेताओं को नेशनल पॉलिटिक्स ज्वॉइन करनी चाहिए।
- रियाज ने कहा- हर समस्या का हल बातचीत के जरिए निकाला जा सकता है। हम चाहते हैं कि दूसरे देशों में रह रहे बलूच नेता बातचीत से ही मुद्दों का हल निकालें।

मोदी ने इंडिपेंडेस डे की स्पीच में क्या कहा था?
- मोदी ने पाकिस्तान का सीधे तौर पर नाम तो नहीं लिया लेकिन एक उदाहरण के जरिए उसे कठघरे में खड़ा किया।
- उन्होंने कहा, ''मैं दुनिया के सामने दो चित्र रखना चाहता हूं। मैं विश्व को कहता हूं कि जरा तराजू से तौल कर देखिए। पेशावर के स्कूल में आतंकवादियों ने निर्दोष बच्चों को मौत के घाट उतार दिया। घटना पेशावर में हुई थी। घटना आतंकवाद की थी। निर्दोष बच्चों को मारा गया। ज्ञान के मंदिर को रक्तरंजित किया गया था।''

हिंसा बर्दाश्त नहीं करेगा देश
- मोदी ने कहा, ''पहाड़ों में आतंकवाद के नाम पर कंधे पर बंदूक रखकर बेकसूरों को मारने का खेल चल रहा है। मैं उन नौजवानों को कहना चाहता हूं कि ये देश हिंसा को कभी सहन नहीं करेगा। ये देश आतंकवाद को सहन नहीं करेगा। ये देश कभी आतंकवाद, माओवाद के सामने नहीं झुकेगा।''
- ''मैं उन नौजवानों से कहता हूं कि अभी भी समय है। अपने माता-पिता के पास लौट जाइए। उनकी आंखों में आकांक्षाओं को देखिए। हिंसा से किसी का भला नहीं हाेगा।''

बलूचिस्तान और पीओके के लोगों को तहे दिल से शुक्रिया कहा
- मोदी ने हफ्तेभर के अंदर दूसरी बार पीओके और बलूचिस्तान का जिक्र किया।
- पीएम ने कहा, ''पिछले कुछ दिनों में बलूचिस्तान, गिलगित, पाक के कब्जे वाले हिस्से के लोगों ने मुझे बहुत-बहुत धन्यवाद दिया है। मेरा आभार व्यक्त किया है। मेरे प्रति सद्भावना जताई है। ''
- ''दूर-दूर बैठे लोग हैं। जिस धरती को मैंने देखा नहीं, जहां के लोगों से कभी मुलाकात नहीं हुई, वे प्रधानमंत्री का आदर करते हैं तो ये मेरे सवा सौ करोड़ देशवासियों का सम्मान है। मैं गिलगित, बलूचिस्तान और पाक के कब्जे वाले कश्मीर के लोगों का तहे दिल से शुक्रिया अदा करना चाहता हूं।''

बलूचिस्तान और पीओके के लोगों का जिक्र क्यों
-कश्मीर हिंसा पर ऑल पार्टी मीट के दौरान पीएम ने पहली बार पीओके का जिक्र किया था।
- उन्होंने कहा था, ''कश्मीर तो भारत का अंग है ही, पीओके भी हमारा है।''
- इसके बाद बलूचिस्तान और पीओके के कई लोगों, समाजसेवियों ने मोदी की तारीफ की थी।

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